30 जून की डेडलाइन के करीब पहुंचते-पहुंचते लोकपाल ड्राफ्टिंग कमेटी धराशायी हो गई और अब साफ लगने लगा है कि सरकार वैसा ही ड्राफ्ट बनाएगी, जैसा वो चाहती है. आज आखिरी दिन सरकारी नुमाइंदे अन्ना की टीम के साथ घंटे भर भी नहीं बैठ सके. सिब्बल बाहर आकर बोले ड्राफ्ट तो अब कैबिनेट में ही फाइनल होगा.