1990 के दशक में जो आतंकवादी बना, जिसने फिर अलगाववाद की चादर ओढ़कर पाकिस्तान के इशारे पर कश्मीर में नौजवानों को आतंकवादी बनाया. वो यासीन मलिक आज उम्रकैद की सजा पाता है. सजा पाने से पहले आतंकी यासीन मलिक महात्मा गांधी को याद करने लगता है और यासीन मलिक की सजा के बाद पाकिस्तान आंसू बहाने लगता है. देखें दस्तक.