क्या 21वीं सदी में भारत को भी ताकतवर होने के लिये औद्योगिक विकास के रास्ते पर चलाना होगा और मोदी सरकार विकास की चकाचौंध के लिये जिस तरह विदेशी निवेश का रास्ता खोल रही है उसमें अगर कुछ बाधा है, तो वह जमीन ही है. इस पर सरकार का कब्जा नहीं हुआ, तो फिर भारत में उद्योग लगाने आएगा कौन?