दर्द की यह इंतहा उस त्रासदी का सच है जिसपर ना तो कोई कह सकता है कि यूपी में दम है क्योकि जुर्म यहा कम है. और ना ही कोई यह सोच सकता है कि वर्दी से उसकी सुरक्षा हो जायेगी. क्योंकि हकीकत यह है कि जिस वर्दी के भरोसे आम आदमी खुद को सुरक्षित महसूस करता है उसे ही जब सरेराह मारा गया तो उसके अपने भी भाग खड़े हुए.