अब राम ही वोट दिलायो. सियासत के समंदर में जहाज का पंछी बने बीजेपी बार-बार लौट कर हिंदूत्व के मुद्दे पर आने को मजबूर है. उधर कांग्रेस राहुल रथ पर सवार होकर केंद्र में हैट्रिक लगाने की जुगत में है. ये बात अलग है कि राहुल गांधी के उपाध्यक्ष बनने के बाद कांग्रेस की पहली बैठक में ठोस निकल कर कुछ भी सामने नहीं आया.