पाकिस्तानी फौज और तालिबान दोनों एक हो गए हैं, लेकिन चुपके चुपके नहीं, बल्कि खुलेआम. एक ओर अफगान सीमा पर पाक फौज अमेरिकी सैनिकों के साथ मिलकर तालिबान से लड़ रही है. दूसरी ओर भारत ने आतंकियों की मदद पर पाक से सवाल किया तो तालिबान पाक फौज के समर्थन में उतर गया.