तमिलनाडु के तिरुनेलवेल्ली में एक पुलिसवाले पर दिनदहाड़े हमला होता है और हमले के ठीक बाद वहां राज्य के दो-दो मंत्रियों का काफिला पहुंचता है. बुरी तरह जख्मी पुलिस वाला सड़क पर पड़ा मदद की गुहार चिल्लाता रहता है लेकिन काफिले से एक भी शख्स उसकी मदद के लिए आगे नहीं बढ़ता. मंत्री और उनके काफिले के लोगों के भीतर की इंसानियत जबतक जागी काफी देर हो चुकी थी