युवाओं को लाखों सरकारी नौकरी का दावा देने करने वाले कुछ वीडियोज पिछले कुछ दिनों से यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के ऑफिस के ट्विटर हैंडल से शेयर किए जा रहे हैं. ऐसा ही एक वीडियो 10 मार्च को शेयर किया गया था. वीडियो में दावा किया गया था कि दुर्गेश चौधरी नाम के एक शख्स को लेखपाल की नौकरी मिली है. लोग सवाल करने लगे कि आखिरी बार लेखपालों की भर्ती साल 2015 में हुई थी, तो दुर्गेश चौधरी का चयन कब और कैसे हुआ? सोशल मीडिया पर विवाद ज्यादा बढ़ा तो वह ट्वीट ही डिलीट कर दिया गया. जानकारी के मुताबिक लेखपाल भर्ती परीक्षा के समयबद्ध परिणाम व पारदर्शी चयन प्रक्रिया के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को वीडियो के माध्यम से धन्यवाद देने वाला महराजगंज का लेखपाल दुर्गेश चौधरी ट्विटर पर ट्रेंड होते ही घर छोड़ नेपाल बॉर्डर की तरफ भाग गया है. देखें 10तक.