कुदरत के गुस्से ने देवभूमि को श्मशान में तब्दील कर दिया. देवभूमि पर कुदरत ने महाविनाश का ऐसा तांडव किया कि सालों बीत जाएंगे लेकिन महाविनाश का दर्द कम न होगा. हजारों जिंदगियां मौत और जिंदगी के बीच झूल रही हैं. हजारों लोग लापता हैं और उनसे ज्यादा दर्द में डूबे वो लोग हैं, जिनकी आंखों में महाविनाश के आंसू हैं.