फिल्म 'गांधी' सिर्फ 90 सेकेंड के उस सीन को कौन भूल सकता है. एक तरफ आजादी के बाद भड़के दंगों के विरोध में महात्मा गांधी के अनशन पर बैठना और दूसरी तरफ मजबही नफरत की आग में झुलसे ओम पुरी का गांधी की तरफ रोटी का टुकड़ा फेंकते हुए आक्रोष भरा संवाद. ओम पुरी नहीं रहे और उनकी अंतिम सांसों के साथ सिनेमा का एक युग भी दम तोड़ गया.