सिफारिशी भक्तों के लिए अब सांईं के दरबार में व्यवस्था आसान नहीं होगी. भले ही उन्हें पास मिल जाएं. लेकिन, पास के लिए उन्हें चुकाने पड़ेंगे पैसे. शनिवार, रविवार और छुट्टियों के दिन अगर कोई वीआईपी कोटे पर सांईं बाबा के दर्शन करना चाहता है, तो उसे इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी.