रिटेल में एफडीआई पर जब संसद में बहस हुई तो सरकार ने मल्टी ब्रांड के ढेरों फायदे गिनाए. लेकिन अमेरिकी सीनेट में रखी गई वॉलमार्ट की एक रिपोर्ट पर विपक्ष ने सरकार के दावे पर सवाल उठा दिए हैं. 2008 से 2012 के बीच वॉलमार्ट ने लाबिंग के लिए 125 करोड़ खर्च किए, जिसे लेकर देश में हंगामा मचा हुआ है.