पेट्रोल और डीजल के दाम बीते 12 दिनों में बेतहाशा बढ़े हैं. दिल्ली में पेट्रोल 90 पार है तो मुंबई में 97. मंहगाई बढ़ी तो नेपाल सीमा पर तस्करी के अवसर लेकर आई. नेपाल में भारत के मुकाबले डीजल-पेट्रोल के दाम काफी सस्ते हैं. क्या अब जब चुनाव आएंगे तभी तेल के दाम घटेंगे? दरअसल तेल के दाम कम करने का एकमात्र रास्ता केंद्र और राज्यों को खुद के टैक्स वाले लालच में कमी करना ही है. सरकारें कहती हैं कि हम क्या करें? तेल कंपनियां ही दाम तय करती हैं. अगर ऐसा है तो फिर चुनाव नजदीक आने पर तेल सस्ता और चुनाव दूर होने पर तेल महंगा कैसे रहता है? चुनाव नजदीक देख सिर्फ तेल ही सस्ता नहीं होता, बल्कि आरोप है इलेक्शन पास आ जाएं तो देश की सबसे बड़ी जांच एजेंसी सीबीआई भी हरकत में आ जाती है. केरल के वायनाड से सांसद राहुल गांधी जब कृषि कानूनों के खिलाफ और किसानों के समर्थन में ट्रैक्टर चला रहे थे, जब तेल की महंगाई के खिलाफ प्रियंका गांधी वाड्रा के पति रॉबर्ट वाड्रा दिल्ली में साइकिल से चलकर अपना विरोध जता रहे थे, तब कांग्रेस पुदुचेरी में सत्ता की सवारी से उतरकर पैदल हो गई. इन राष्ट्रीय घटनाओं के पीछे कौन सी वजह है जिम्मेदार, देखें दस्तक, रोहित सरदाना के साथ.