कहते हैं कामयाबी की चमक के सामने हर दाग धुंधले पड़ जाते हैं. गुजरात में चुनावी जीत की हैट्रिक के बाद नरेन्द्र मोदी को लेकर उस मुस्लिम समाज की भी सोच बदलने लगी है, जिन्हें गुजरात दंगों के बाद ये मान लिया गया कि मोदी और मुसलमान चुनावी बैतरणी के ऐसे दो किनारे हैं जो कभी नहीं मिलेंगे. प्रमुख मुस्लिम संगठन जमीयत उलेमा ए हिंद के महासचिव महमूद मदनी ने आजतक से बातचीत में मोदी को लेकर गुजरात के मुसलमानो की सोच में आए बदलाव को कबूल किया.