13 फरवरी 2010 इतिहास की तारीख में वो काला दिन जब पुणे के जर्मन बेकरी में धमाका कर आतंकियों ने बेगुनाहों का खून बहाया. हाल में आईएम के आतंकियों की गिरफ्तारी से इस साजिश का पूरा सच सामने आया है और इसके साथ ही खुलासा हुआ है कि पुणे में आतंक का एक और टारगेट था.