जब इंसान अंधविश्वास का चोला पहन लेता है तो उसे सही और गलत का फर्क नजर नहीं आता. तभी तो मैंगलोर में आस्था के नाम पर लोगों ने खेली आग की होली. जरा-सी चूक बड़े हादसे का सबब बन सकती है लेकिन परंपरा के नाम पर अग्नियुद्ध जारी है.