एक रोज पहले 15 अगस्त पर भी दिल्ली की सड़कों पर जितना तिरंगा नहीं दिखा, उससे कहीं ज्यादा 16 अगस्त को अन्ना हजारे के लिए नजर आया. सुबह जैसे ही अन्ना हजारे को मयूर विहार में हिरासत में लिए जाने की खबर फैली पूरे देश के सड़कों पर जनसैलाब उमड़ पड़ा.