आज हर आम आदमी का केवल यही नारा है 'बहस बंद करो, दाम कम करों'. मंगलवार को संसद में मंहगाई के मुद्दे पर चर्चा की गई. इस चर्चा के दौरान प्रणम मुखर्जी संसद में मौजदू नहीं थे, जबकि उन्हीं के कहने पर ही विपक्ष बिना मतदान के चर्चा करने के लिए तैयार हुआ था. इस दौरान आरजेडी के मुखिया लालू प्रसाद यादव ने मंहगाई के लिए सरकार को दोषी ठहराया. वहीं बहस के दौरान सुषमा स्वराज ने कहा कि सरकार संवेदनहीन हो चुकी है, जिसे जगाने की जरूरत है.