महंगाई को मारने के लिए इस देश की सरकार मौसम के बहाने बनाती है लेकिन, उस अनाज के लिए उसके पास क्या बहाना है, जो सड़ तो रहा है, लेकिन पब्लिक को नहीं मिल रहा. जितना गेहूं पड़े-पड़े सड़ गया उतने में इस देश के करोड़ों लोग कम से कम एक दिन तो भूखे न सोते.