महाराष्ट्र में सरकार गठन पर तस्वीर फिलहाल साफ होती नहीं दिख रही है. दिल्ली में कांग्रेस की दूसरी बैठक खत्म हो चुकी है जिसमें महाराष्ट्र के तमाम नेता पहुंचे थे. इस बैठक में भी शिवसेना को समर्थन देने पर कोई फैसला नहीं किया जा सका है. कांग्रेस अब एनसीपी से चर्चा कर अपना निर्णय लेगी. शिवसेना का कहना है कि वह राज्य में सरकार बनाने के लिए तैयार हैं लेकिन अन्य दलों का समर्थन पत्र हासिल करने में वक्त लग रहा है. ऐसे में सवाल है कि महाराष्ट्र में शिवसेना-कांग्रेस-एनसीपी की सरकार या राष्ट्रपति शासन अबकी बार?