चाहे औघड़दानी शिव हों या संकटमोचन हनुमान, या फिर हों कलियुग के देवता शनि, इन सभी के पंचमुखी रूप के दर्शन से कई तरह को दोषों से मुक्ति मिलती है और मनचाही मुराद भी पूरी हो जाती है.