रिमझिम फुहारों में झूला झुलाते हुए मल्हार गाती महिलाएं और गौरी शंकर की आराधना में लीन सुहागिने. सावन में हरियाली तीज के पूजन में यही रंग दिखाई देते हैं. हरियाली तीज का विशेष महत्व होता है. इस दिन महिलाएं व्रत रखती हैं, हाथों में मेहंदी और रंग-बिरंगी चूड़ियों से खनकती कलाई के साथ साज श्रृंगार कर महिलाएं हरियाली तीज के पूजन के लिए इकट्ठा होती हैं और गौरी शंकर की प्रतिमा की पूजा करती हैं.