मां की मोहनी मूरत, उनकी शक्ति, उनकी भक्ति में डूबे रहने के बाद पूजा का महाफल पाने का अब समय आ गया है. चैत्र नवरात्र के आखिरी दिन यानि रामनवमी के महायज्ञ में आखिरी आहुति डाल, अपना हृदय खोलकर रख दीजिएगा इस बार. अपनी इच्छाओं, अपने सपनों को बांट लीजिएगा भगवान राम और देवी दुर्गा से इस बार. क्योंकि यही वो दिन है जब आपकी तपस्या रंग लाएगी और मिलेगा मनचाहा फल.