भैरव यानि भय का हरण कर, जगत का भरण करने वाले. माना जाता है कि भैरव शब्द के तीन अक्षरों में ब्रह्मा, विष्णु और महेश तीनों की शक्ति समाहित है. जहां एक तरफ भैरव शिव के गण हैं तो वहीं दूसरी ओर उन्हें पार्वती का अनुचर माना जाता है और इन्हीं शक्तियों के साथ भक्त करते हैं भैरव बाबा का गुणगान.