शिव के परम भक्त रावण पर महादेव की असीम कृपा थी. उत्तराखंड के दशौली में रावण ने शिव की तपस्या की. रावण तपस्या कर भोले से अमरता का वरदान चाहता था, परन्तु एक गलती से उसकी अजर-अमर रहने की चाह धरी की धरी रह गई.