हम सभी चाहते हैं कि हमारे बच्चे सदैव प्रसन्न रहें और उन्हें दुनिया की तमाम खुशियां मिलें. यदि हम इस मत्र का उच्चारण करें तो अवश्य ही हमारे बच्चों के जीवन में खुशियों की बरसात होगी. भक्तानामभयं कर्त्ता त्राता भव भवार्णवात्