नवरात्रों में मां विराजती हैं घर-घर पंडाल पंडाल और दशमी पर विधि विधान से उनका कर दिया जाता है विसर्जन, लेकिन वाराणसी में एक पंडाल ऐसा है जहां मां ढाई सौ सालों से दे रही भक्तों पर दर्शन. जी हां इस पंडाल में देवी की स्थापना तो नौ दिन के लिए की गई थी लेकिन इस स्थान से मां को कुछ ऐसा मोह हुआ कि वो बस यहीं की होकर रह गईं.