एक ऐसा वृक्ष जिसकी महिमा है अपरंपार. इस वृक्ष के दर्शन होते हैं महाकाल की नगरी उज्जैन में जहां भक्त इन्हें पुकारते हैं भगवान सिद्ववट के नाम से. यहां सिर्फ एक एक लोटा दूध चढ़ाकर आप न केवल मुहंमांगी मुराद ले सकते हैं बल्कि पितृ और कालसर्प दोषों से भी छुटकारा पा सकते हैं.