12 साल बाद ग्रह-नक्षत्रों की चाल उस मुकाम पर पहुंची है, जब धरती पर बरसेगा अमृत.जब शिव की जटा से निकलने वाली गंगा हरिद्वार में बन जाएंगी अमृतधारा. जब दुनिया के पालनहार भगवान विष्णु की धरती हरिद्वार पर एक साथ उतरेंगे 33 करोड़ देवी-देवता, जहां एक डुबकी बदल देगी आपकी दुनिया.