कुदरत के कहर से केदारनाथ मंदिर तो बच गया, लेकिन अब न तो यहां कोई पुजारी है और न ही बाबा का कोई भक्त. इस बीच बाबा केदारनाथ की पंचमुखी प्रतिमा को गुप्तकाशी के विश्वनाथ मंदिर लाया गया है.