सुंदर, मनमोहक पर्वतों से घिरा चित्रकूट जहां का कण कण पुकारता है श्रीराम का नाम. यहां की आबोहवा सुनाती है राम की धुन. चित्रकूट से राम भले ही चले गए लेकिन वहां उनके परमभक्त बजरंगबली आज भी विराजते हैं.