फागुन के महीने में ब्रज में लाल-गुलाल का चादर ओढ़कर शाम आती है. सूरज के मद्धिम होते ही शुरू हो जाता है लड्डू लुटाने और लूटने का सिलसिला. झोला भरकर श्रद्धालु लुटाते हैं लीलाधर के लड्डू और झोली भरकर ले जाते हैं राधे-श्याम का आशीर्वाद.