शिकार के लिए जंगल में निकले राजा दशरथ ने घने जंगलों में एक आहट सुनाई देने पर शब्दभेदी बाण चला दिया. वो बाण उस श्रवण कुमार को लगा जो अपने अंधे माता पिता को तीर्थ कराने के लिए निकला था.