एक हाथ में गदा तो दूसरे में हिमालय. एक पांव के नीचे धरती है तो दूसरे पैर के नीचे शनि. ललाट पर आराध्य का नाम और कानों में कुंडल. कहा जाता है कि साज और श्रृंगार से मंडित हैं महावीर. लेकिन अंजनिपुत्र जितने वीर हैं उतना ही कोमल है इनका हृदय.