हर साल अश्विन मास के कृष्ण पक्ष प्रतिपदा से अमावस्या तक के 15 दिनों को पितृपक्ष कहा जाता है और ये समय सिर्फ पितरों के पूजन और तर्पण के लिए सुनिश्चित होता है. कहा जाता है कि इस समय पूर्वजों के स्मरण से न केवल उनकी आत्मा को तृप्ति मिलती है बल्कि वो संतुष्ट होकर आशीर्वाद भी देते हैं. तो चलिए आज धर्म की अपनी खास पेशकश में हम आपको कराएंगे तीन ऐसे ही धामों के दर्शन जहां पितृपक्ष में श्राद्ध और तर्पण करने से न केवल पितर संतुष्ट होंगे बल्कि सुख-समृद्धि, धन ऐश्वर्य से भर देंगे घर.
dharam: shradh special