धर्म आज हम आपको बताएंगे छठ और इसकी महिमा के बारे में. दिनभर के लिए अन्न या जल या अन्य भोजन या इन सबका त्याग करने का संकल्प व्रत कहलाता है. वैसे तो हर व्रत में नियमों और कड़ी साधना का पालन किया जाता है लेकिन बिहार और झारखंड में विशेष रूप से मनाया जाने वाला छठ व्रत काफी कठिन होता है. दिवाली के ठीक 6 दिन बाद कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की षष्ठी को "सूर्य षष्ठी का व्रत" करने का विधान है. इस दिन भगवान सूर्य व छठी देवी की पूजा की जाती है. इस दौरान व्रतधारी लगातार 36 घंटे का व्रत रखते हैं. इस दौरान वे पानी भी ग्रहण नहीं करते हैं. छठ पर देखिए हमारी खास पेशकश मालिनी अवस्थी के साथ.