कोई महादेव की भक्ति में लीन है तो कोई प्रभु राम के ध्यान में मग्न.....किसी को सबसे प्रिय है श्रीहरि की उपासना ...तो कोई करता है देवी मां की आराधना....क्योंकि ईश्वर का कोई एक स्वरूप इंसान को अपनी ओर तीव्रता से आकर्षित करता है.....आखिर क्यों होता है ऐसा.....क्या आपने कभी सोचा है.....क्यों आपका मन किसी एक देव की साधना में निरंतर रमा रहता है.....आज हम आपको ईश्वर के इसी दिव्य आकर्षण और आपकी भक्ति का संबंध समझाने वाले हैं.