नवरात्रि की हर तिथि का अपना महत्व है. नवदुर्गा 9 रूपों में भक्तों को वरदान देती हैं. कालरात्रि रूप में माता भय का नाश करती हैं. तो महागौरी रूप में भक्तों का कल्याण करती हैं. हम आपको नव दुर्गा के सातवें और आठवें स्वरूप की महिमा आज बताएंगे. दुष्टों और राक्षसों के दमन के लिए ही देवी मां ने ये संहारक अवतार लिया था. ज्योतिष के जानकारों की मानें तो आज मां काली की उपासना से जीवन की हर बाधा. हर शत्रु से छुटकारा मिल सकता है और ऐसा भी कहा जाता है कि मां कालरात्रि की उपासना करने वालों और उनसे अपने कर्मों के लिए माफी मांगने वालों को मां कालरात्रि क्षमा कर देती हैं.
The sixth day of Navratri is dedicated to Goddess Kalratri. This avatar of Maa Durga is one of the fiercest forms and is believed as the destroyer of all bad spirits as well as negative energies. In Kalratri, Kaal means time and death whereas Ratri stands for night. Thus, Kalratri is the one who removes darkness and negativity.