कोई उन्हें श्रीराम का स्वरूप मानता है....तो कोई श्रीकृष्ण कहता है.....कोई उन्हें ईश्वर का अवतार बताता है तो कोई फरिश्ता.....लेकिन भक्तों के लिए साईं....स्वयं ही ईश्वर हैं....साईं हर क्षण अपने भक्तों के कल्याण के विषय में सोचते रहते थे...जीनव को उत्तम बनाने के संदेश देते रहते थे.....आज हम आपको साईं के उन्हीं दिव्य संदेशों और उपदेशों के बारे में बताएंगे....यकीन मानिए....जो आपने इन संदेशों को अपने जीनव में उतारा...तो जिंदगी का रंग ही बदल जाएगा.