सावन की शुरुआत होते ही भगवान शिव के भक्त कांवड़ यात्रा पर निकल जाते हैं. कांवड़ में जल भरकर मीलों की कठिन यात्रा तय करने के बाद. शिव भक्त बाबा भोलेनाथ पर अपनी श्रृद्धा और मनोकामना का जल अर्पित करते हैं. राह में चाहे कितनी ही कठिनाई आ जाए. लेकिन शिव भक्तों के हौसले को डिगा नहीं पाती. क्या बच्चे, क्या बूढ़े और क्या जवान सभी शिव का नाम लेकर आगे बढ़ते हैं. लेकिन कांवड़ यात्रा का इतना महत्व क्यों है. आखिर क्यों सावन में शिव के धाम पर कांवड़ियों की भारी भीड़ जमा होती है. आज हम आपको यही बताएंगे.