श्रीहरि और मां लक्ष्मी का साथ युग-युगांतर से है लेकिन श्रीहिर ने जब-जब मानव अवतार लिया. तब-तब अलग प्रकार की विवाह लीलाएं रचाईं....अपने श्रीराम अवतार में उन्होंने विशाल शिव धनुष की प्रत्यंचा चढ़ाकर माता सीता का स्वयंवर जीता था. इसलिए उनके विवाह की वो तिथि पुराणों की महत्वपूर्ण तिथि बन गई. आज हम आपको उसी दिव्य तिथि ...यानि श्रीराम विवाह की शुभ विवाह पंचमी से जुड़ी कुछ अनोखी और लाभकारी बातें बताने वाले हैं.