इस पर्व पर भाई अपनी बहनों के घर जाते हैं. ऐसा करने से दोनों को धन, यश, स्वास्थ और सुख कि प्राप्ति होती है. इस दिन सभी बहनें अपने भाइयों को आसन पर बिठाती हैं, फिर वे उनकी आरती उतारती हैं. इसके बाद उनके माथे पर रोली और चावल से तिलक कर मिठाई खिलाती हैं.