धर्म के स्पेशल एपिसोड में देखें कि हिन्दू धर्म और पूजा-पाठ में स्वास्तिक का अर्थ है. गौरतलब है कि स्वास्तिक की चारों रेखाओं को ब्रम्हा के चार मुख, चार हाथ और चार वेदों के तौर पर मान्यता प्राप्त है. स्वास्तिक कैसे वास्तुदोष को दूर कर सकता है. स्वास्तिक को विष्णु का आसन और मां लक्ष्मी का स्वरूप भी माना गया है.