बदलते वक्त के साथ गणपति महोत्सव का स्वरूप भी बदला है. पंडाल भी बदले हैं और बदले हैं सबके प्यारे बप्पा भी. अब मुंबई में कई पूजा पंडाल इको फ्रेंडली गणपति बिठाते हैं.