हर पूजा से पहले होती है गणपति की पूजा. यहां तक कि विवाह संस्कार भी गणपति की पूजा के बगैर अधूरा है. अगर विवाह के मार्ग में कोई बाधा हो या फिर विवाहितों के रिश्ते में कोई दरार हो, तो विघ्नहर्ता उसे भी हर लेते हैं.