गोवर्धन में कृष्ण के आज भी साक्षात दर्शन होते हैं. यहां भक्त दीवाली के ठीक अगले दिन पहुंचते हैं. 21 किलोमीटर के दायरे में फैले गोवर्धन पर्वत के दर्शन करने से न केवल मुराद पूरी होती है बल्कि मोक्ष की भी प्राप्ति हो जाती है.