फाल्गुन की बयार में यहां बहती है भक्ति की बहार. होली में रंग जाते हैं बरसाना के जमीन और आसमान. गुलाबी छटा में डूब जाता है यहां का मौसम और रंग-बिरंगे भक्तों पर चढ़ जाता है मनोहर श्याम का रंग.