धर्म की रक्षा के लिए अवतार लेने वाले भगवान श्री कृष्ण की मृत्यु महज पैर में एक तीर लगने से हुई थी. तीर भी किसी देवता या दानव ने नहीं बल्कि एक बहेलिये ने चलाई थी.