सावन, कोई कहता है शिव का सावन और कोई मुरादों का सावन और इसी सावन में अगर दिन हो हरियाली तीज का तो कहना ही क्या. यही वो दिन है जब शिव ने पार्वती के प्रणय लिया था हाथों हाथ और दिया था आजन्म साथ देने का वरदान.