गणपति के बहुत सारे स्वरूप है. नील गणपति की पूजा से धन, संपदा व ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है. ब्रह्म मुहूर्त से लेकर मध्यरात्रि तक इनकी पूजा का श्रेष्ठ काल है.